हरा सोना का भुगतान नकद करने की मांग


सुकमा। सोमवार को सुकमा जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष महेश्वरी बघेल के नेतृत्व में तेंदूपत्ता तोड़ाई का नगद भुगतान करने हेतु सुकमा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं वनमंत्री केदार कश्यप को पत्र भी लिखा गया। गौरतलब है कि पिछले वर्ष तत्कालीन मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा जिले में 50 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान तेंदूपत्ता हितग्राहियों को नगद दिलाया था और ग्रामीणों को बैंकों के चक्कर लगाने से निजात दिलाई थी। सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू ने बताया कि सुकमा जिला वन क्षेत्र होने के साथ-साथ अतिसंवेदनशील नक्सली क्षेत्र होने के कारण क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीणों का मुख्य आय का स्त्रोत वनोपज है, जिसमें मुख्य तेंदुपत्ता तोड़ाई का कार्य भी है, जिसे गामीण हरा सोना कहते है, इसलिये ग्रामीणों द्वारा तेंदुपत्ता को बहुत महत्व देते हुए पूरे परिवार के साथ तोड़ा जाता है जिससे वे अपनी जरूरत की वस्तुएं लेते है। सुकमा जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्र जैसे जगरगुंडा, बोडकेल, मिस्सीगुडा, पालाचेलमा, किस्टाराम, पुसपल्ली, गुग्मा, पोंगाभेज्जी सहित सभी समितियों में अत्याधिक तेंदुपत्ता तोडाई होता है। धान से भी अधिक महत्व तेंदुपत्ता को देते है, प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष तेंदुपत्ता का भुगतान बैंको के माध्यम से किया जाएगा, चूंकि बैंक मेन रोड के कुछ ही जगह पर स्थित है, जिसकी वजह से ग्रामीणों को 100 किलोमीटर दूर से आवागमन कर 4 से 5 दिनों तक बैंको में भीड के चक्कर लगाना पड़ता है। जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान होते है। उनका समय एवं पैसा भी बर्बाद होता है। इसलिये तेंदुपत्ता भुगतान नगद करने की माँग रखी गई है।

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