अक्षय तृतीया पर सूर्यांश सामूहिक आदर्श गौरव विवाह 10 मई को सिवनी में


जांजगीर। छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय त्यौहार अक्षय तृतीया (अक्ती) के शुभ अवसर पर "सूर्यांश कन्या विवाह महामहोत्सव" के अंतर्गत "सूर्यांश सामूहिक आदर्श गौरव विवाह" का आयोजन 10 मई शुक्रवार को सूर्यांश धाम, सूर्यांश प्रांगण सिवनी (नैला) में किया गया है जिसमें विवाह योग्य युवक-युवतियों के माता-पिता एवं परिजन से प्राप्त आवेदन पत्र के पात्र सभी जातियों एवं वर्गों के विवाह योग्य युवक-युवतियों का विवाह संपन्न कराया जाएगा। वर्तमान समय में समाज में दिखावे की संस्कृति, फिजूल खर्ची, अत्यधिक खर्च, धन-संपत्ति, समय और श्रम के अपव्यय को कम करने के लिए सूर्यांश सामूहिक आदर्श गौरव विवाह का आयोजन किया गया है ताकि माता-पिता एवं परिजनों को प्रेरित कर अधिक से अधिक विवाह संपन्न कराया जा सके। इसके लिए सामूहिक आदर्श गौरव विवाह के संयोजक ए.आर. सूर्यवंशी एवं सह-संयोजक संजय लसार के मार्गदर्शन में जिला मुख्यालय एवं आसपास के गांवों में निरंतर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा था। ज्ञात हो कि विगत वर्ष 2023 में "सूर्यांश कन्या विवाह महोत्सव" के अंतर्गत 26 परिवारों के 13 जोड़े वर वधुओं का एवं सूर्यांश शिक्षा महामहोत्सव 2023 में 05 जोड़े वर वधू का सामूहिक कराया गया था। सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति द्वारा दस वर्षों से निरंतर सामूहिक आदर्श गौरव विवाह का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष भी आज अक्षय तृतीया (अक्ती) के शुभ अवसर पर 10 मई के सामूहिक आदर्श गौरव विवाह के लिए आवेदन सूर्यांश विद्यापीठ, सूर्यांश प्रांगण सिवनी (नैला) में किया है जिसमें अधिक से अधिक जोड़े वर-वधू का विवाह करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सामूहिक आदर्श गौरव विवाह की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रो. गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी ने बताया कि समाज में व्याप्त फिजूल खर्ची और दिखावे की संस्कृति को कम करने के उद्देश्य से सामूहिक आदर्श गौरव विवाह का आयोजन किया गया है, जिसमें सभी जाति और वर्ग के वर-वधू का विवाह कराया जाता है। विगत वर्ष 2023 में जांजगीर, सक्ती, बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा के अलावा कोरिया एवं बलौदा बाजार के माता-पिता एवं परिजनों ने अपने पुत्र-पुत्रियों का सामूहिक विवाह सूर्यांश प्रांगण में किया था। इस वर्ष भी जांजगीर के अलावा कई अन्य जिलों से आवेदन प्राप्त हुआ है।

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