रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शिव भक्त कावड़ियों पर पुष्प वर्षा करने के उपरांत कबीरधाम जिले के पी.जी.कालेज हेलीपेड पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री कबीरधाम जिले के भोरमदेव में बाबा भोरमदेव और बूढ़ा महादेव में दर्शन व अभिषेक करेंगे।
कवर्धा से 18 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम चौरा में 11वी शताब्दी का प्राचीन, ऐतिहासिक और पुरातत्व महत्व का स्थल बाबा भोरमदेव का मंदिर है। इस मंदिर में भगवान शिव जी विराजित है। भगवान शिव देवों के देव महादेव में जल अभिषेक की परम्परा सदियों चली आ रही है। हर वर्ष श्रावण माह में कांवरियों द्वारा पदयात्रा कर शिव मंदिरों में जल चढ़ाया जाता है, जिसे कांवड़ यात्रा कहा जाता है। सावन के इस पवित्र माह में कबीरधाम, पड़ोसी जिला मुंगेली, बेमेतरा, खैरागढ़, राजनांदगांव सहित मध्यप्रदेश के अमरकंटक से कावड़िया पदयात्रा कर छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, पुरातात्त्विक, धार्मिक एवं पर्यटन महत्व स्थल कबीरधाम जिले बाबा भोरमदेव मंदिर, बूढ़ा महादेव मंदिर और डोंगरिया के प्राचीन जालेश्वर शिवलिंग में जलाभिषेक करने हजारो की संख्या में आते है। पवित्र सावन माह में शिवभक्तों द्वारा अमरकंटक से भोरमदेव मंदिर तक की 150 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा जलाभिषेक किया जा रहा है।