रायपुर. राजधानी रायपुर में ग्राफिक डिजाइन और एडिटिंग कोर्स के नाम पर एक छात्र से लगभग 50 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित छात्र ने कटोरा तालाब स्थित एनिमेशन चौक कोचिंग सेंटर के संचालक पर ठगी का आरोप लगाते हुए रायपुर पुलिस अधिक्षक से लिखित शिकायत करते हुए न्याय की मांग की है.
जानिए क्या है पूरा मामला
रायपुर निवासी पत्रकारिता के छात्र केशव जोशी ने 11 सितंबर को एनिमेशन चौक नामक कोचिंग सेंटर के संचालक श्रृजन शर्मा के खिलाफ रायपुर SP और सिविल लाइन्स थाना में लिखित शिकायत दी है. शिकायत में प्रार्थी ने कोचिंग सेटर के संचालक श्रृजन शर्मा, पिता- धर्मेन्द्र कुमार शर्मा, कटोरा तालाब रायपुर के निवासी के पर आरोप लगाया है कि उसने डिप्लोमा कराने के नाम पर धोखाधडी कर 48 हजार 500 रुपये की ठगी की है.
कोर्स की जानकारी और फीस
छात्र केशव जोशी ने बताया कि उसने कॉलेज की पढ़ाई पूरी करते ही किसी न्यूज चैनल में जॉब करने के उद्देश्य से अपने B.Sc. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की पढ़ाई के दौरान ही ग्राफिक डिजाइनिंग और वीडियो एडिटिंग कोर्स का पता लगाना शुरू किया था. इसी दौरान उसके परिचित व्यक्ति अंकित मार्टिन के माध्यम से श्रृजन शर्मा के कोचिंग सेंटर- ‘एनिमेशन चौक’ के बारे में जानकारी मिली. उसने कोचिंग सेंटर जाकर श्रृजन शर्मा से बात की तो आरोपी कोचिंग संचालक श्रृजन शर्मा ने कोर्स की डीटेल देते हुए कहा कि वो 2 साल की अवधी में उसे एडिटिंग का डिप्लोमा कोर्स कराएगा, जिसमें 4 सॉफ्टवेयर क्रमशः फोटोशॉप, प्रेमियर प्रो., ऑफ्टर इफेक्टस, श्रीके मैक्स होंगे. इस कोर्स के लिए उसने 48 हजार 500 सौ रुपये की फीस बताई. इसके बाद छात्र केशव जोशी ने कोचिंग सेंटर में कोर्स ज्वॉइन कर लिया.
रसीद देने से किया इनकार
पीड़ित छात्र से मिली जानकारी के अनुसार, ज्वॉइनिग के समय श्रृजन ने कुछ फॉर्म पर साइन करवा कर कोर्स शुरू कर दिया. वहीं केशव ने पहले सॉफ्टवेयर की पढ़ाई के दौरान ही 4 महीने के भीतर ही चार किस्तों में कोर्स की पूरी फीस 48 हजार 500 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए. लेकिन फीस की रसीद मांगने पर आरोपी श्रृजन शर्मा ने यह कह कर मना कर दिया कि ऑनलाईन ट्रांसफर हुआ है तो अलग से रसीद की जरूरत नहीं है.
4 में से केवल 1 सॉफ्टवेयर सिखाकर कहा- कोर्स कम्पलीट
कोर्स के लगभग दो साल पूरे होने को थे, लेकिन उसके कोर्स के 4 सॉफ्टवेयर में से केवल एक की ही पढ़ाई पूरी हुई थी और दूसरे सॉफ्टवेयर की शुरूआत हुई थी. वहीं दूसरी ओर केशव की कॉलेज की पढ़ाई भी पूरी हो चुकी थी, जिसके बाद वह किसी न्यूज चैनल में बतौर वीडियो एडिटर जॉब करना चाहता था. लेकिन कोर्स पूरा ना होने के चलते उसके हाथों से नौकरी के कई अवसर चले गए. समय के साथ कोर्स के आगे न बढ़ने से परेशान छात्र ने श्रृजन से कई बार बाकी के सॉफ्टवेयर सिखाने के लिए कहा, लेकिन आरोपी केवल उसे बातों में घुमाता रहा और अंत में कह दिया कि कोर्स पूरा हो गया है. इस पर केशव ने कोर्स का सर्टिफिकेट मांगा, तो श्रृजन ने फिर से आज-कल देता हूं कहकर घुमाने लगा.
कोचिंग सेंटर को नहीं मिली है मान्यता
आरोपी कोचिंग संचालक श्रृजन के इस रवैये से परेशान होकर केशव ने जब उसके कोचिंग सेंटर के बारे में पतासाजी की तब यह खुलासा हुआ कि सृजन शर्मा का कोचिंग सेंटर- ‘एनिमेशन चौक’ किसी भी संस्था/विश्वविद्यालय / शिक्षण समिति से रजिस्टर्ड नहीं है, जिसके चलते कोई भी डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया जाना संभव नही है. जिसके बाद पीड़ित छात्र ने उससे पैसे वापिस करने को कहा, लेकिन आरोपी ने मना कर दिया. अब पीड़ित छात्र के हाथ से पैसा और समय दोनों जा चुके थे और सर्टिफिकेट वह दे नहीं सकता था.
शिकायत और कार्रवाई की मांग
इस पूरे मामले का खुलासा होने के बाद पीड़ित छात्र को एहसास हुआ कि डिप्लोमा के नाम पर उसके साथ धोखाधडी, ठगी की है. पीड़ित छात्र ने रायपुर पुलिस अधिक्षक से मामले की शिकायत करते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.