जनभागीदारी की मिसाल: सुशासन तिहार बना पारदर्शी प्रशासन का प्रतीक

 


रायपुऱ । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप रायगढ़ जिले में सुशासन तिहार के माध्यम से शासन की जनहितैषी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। वहीं दूसरे चरण में प्राप्त आवेदनों का विभागों द्वारा त्वरित निराकरण किया जा रहा है। साथ ही सुशासन तिहार में राजस्व विभाग में प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निराकरण कर राजस्व अधिकारी आवेदकों के घरों तक पहुंच कर ऋण पुस्तिका, त्रुटि सुधार, जाति-निवास जैसे अन्य दस्तावेज हितग्राहियों को प्रदान कर रहे है। सुशासन तिहार के तीसरे एवं अंतिम चरण में आगामी 5 से 31 मई के बीच समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा।

इसी क्रम में विकासखण्ड खरसिया के ग्राम-केवाली निवासी सुखमति राठिया, ग्राम पंचायत नंदगांव डेराडीह निवासी जानकी बाई राठिया, ग्राम-पतरापाली निवासी समारी बाई एवं ग्राम-गिधा निवासी मोहनमती ने सुशासन तिहार में ऋण पुस्तिका की द्वितीय कापी के लिए आवेदन किया था। तहसीलदार खरसिया द्वारा आवेदनों का जांच किया गया। जिसमें उक्त भूमि भू-अभिलेख में आवेदिकाओं के नाम से दर्ज एवं खसरा नंबर में कब्जा होना पाया गया। जिसके पश्चात संबंधितों को उनके निवास में जाकर ऋण पुस्तिका की द्वितीय प्रति प्रदान किया गया। धरमजयगढ़ विकासखण्ड अंतर्गत तहसील छाल के ग्राम-बोजिया निवासी ओमप्रकाश राठिया ने सुशासन तिहार में ऋण पुस्तिका के संबंध में आवेदन किया था। तत्पश्चात उनके राजस्व अभिलेख की जांच पश्चात ऋण पुस्तिका की द्वितीय प्रति संबंधित आवेदक को सौंपा।

उल्लेखनीय है कि सुशासन तिहार के दूसरे चरण में लोगों से मिले आवेदनों का तेजी से निराकरण किया जा रहा है। सुशासन तिहार-2025 एक ऐसी पहल है जिसका उद्देश्य शासन प्रणाली में पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसहभागिता को प्रोत्साहित करना है। यह न केवल सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह नागरिकों और सरकार के बीच विश्वास की मजबूत नींव भी रखता है। डिजिटल तकनीकों के माध्यम से सेवा वितरण को सरल, त्वरित और प्रभावशाली बनाना है।

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