रायगढ़:छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर रायगढ़ जिला मुख्यालय में स्थित शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ प्रदेश के वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके की, जो हमारे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक मूल्यों का प्रतीक है। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित सभी नागरिकों को रजत जयंती की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दीं।
वित्त मंत्री चौधरी ने कार्यक्रम में दिए अपने संबोधन में इस क्षण को हमारे प्रदेश के लिए गर्व और आत्मगौरव का पल बताया, यह बताते हुए कि छत्तीसगढ़ ने अपनी स्थापना के पच्चीस वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिए हैं। उन्होंने साझा किया कि इस राज्य की स्थापना का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की दूरदर्शिता और संकल्प को जाता है, जिनके विचारों और प्रयासों ने छत्तीसगढ़ को एक समृद्ध और प्रगतिशील राज्य के रूप में पहचान दिलाई। उन्होंने कहा कि यह रजत जयंती वर्ष प्रदेश की विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है, जो हमें उन उपलब्धियों की याद दिलाता है, जो हमने पिछले वर्षों में हासिल की हैं।
वित्त मंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे विजन 2047 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एकजुट होकर कार्य करें। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, जब भारत एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, तब छत्तीसगढ़ भी उसी दृढ़ संकल्प के साथ विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। चौधरी ने यह भी बताया कि हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब छत्तीसगढ़ का दौरा किया, तब उन्होंने सात घंटे प्रदेश में बिताते हुए कई विकास कार्यों की नयाँ योजनाओं की घोषणा की, जो विधिवत रूप से हमारी प्रगति के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने छत्तीसगढ़ के निर्माण से पहले की स्थिति का वर्णन करते हुए कहा कि उस समय प्रदेश के लिए परिस्थितियाँ चुनौतीपूर्ण थीं; हमारे पास विद्यमान लौह अयस्क और वन संपदा का उचित लाभ हमें नहीं मिल पाता था। लेकिन आज, स्थिति में पूर्ण परिवर्तन आया है। राज्य निर्माण के बाद, छत्तीसगढ़ ने शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और अधोसंरचना जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है।
वित्त मंत्री चौधरी ने यह भी उल्लेख किया कि जब छत्तीसगढ़ का गठन हुआ, उस समय प्रदेश में केवल एक ही शासकीय मेडिकल कॉलेज था, जो कि स्वास्थ्य सेवाओं के विकास के लिए एक बड़ी चुनौती प्रस्तुत करता था, परंतु आज की स्थितियाँ इससे बिलकुल अलग हैं, जहाँ राज्य ने स्वास्थ्य सेवाओं में भी उल्लेखनीय सुधार किया है।
आज यह संख्या बढ़कर 14 हो चुकी है, और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह जल्द ही 20 से अधिक होने जा रही है। जो संकेत देता है कि भविष्य में और भी सकारात्मक परिवर्तन आने वाले हैं। एमबीबीएस सीटें, जिनका पहले संख्या 100 थी, अब बढ़कर 2000 तक पहुंचने की दिशा में अग्रसर हैं। यह एक महत्वपूर्ण विकास है, जो चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के लिए अधिक अवसर पैदा करेगा। वित्त मंत्री चौधरी ने इस अवसर पर स्पष्ट किया कि आज प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, आईआईआईटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के कई प्रतिष्ठित संस्थान संचालित हैं, जो छत्तीसगढ़ की शैक्षणिक प्रगति और उत्कृष्टता के प्रमाण हैं।
उन्होंने यह भी बतलाया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सक्षम नेतृत्व में रायगढ़ जिला लगातार विकास की ओर उन्मुख है। रायगढ़ में न केवल उद्योग के क्षेत्र में व्यापक प्रगति हो रही है, बल्कि शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ नजर आ रही हैं। इसके अतिरिक्त, नालंदा परिसर का निर्माण लगभग 40 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है, जो शिक्षा के माध्यम से ज्ञान की एक नई रोशनी प्रदान करेगा। यह सभी प्रयास सुनिश्चित करते हैं कि छत्तीसगढ़ में एक उन्नत और समर्पित शैक्षणिक वातावरण का निर्माण हो रहा है, जो प्रदेश के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होगा।
