नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह बुधवार को हरियाणा दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय ‘वीर बाल दिवस’ कार्यक्रम में शिरकत की और गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों के बलिदान को नमन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों की शहादत की गौरवगाथा आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देती रहेगी।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब शहादत की चर्चा होती है, तो मन दुख, पीड़ा और शोक से भर जाता है, क्योंकि जिन बच्चों ने जीवन को ठीक से देखा भी नहीं था, वे शहीद हो गए। लेकिन इसके साथ ही गर्व भी होता है कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने धर्म और देश की रक्षा के लिए अपने चारों साहिबजादों को न्योछावर कर दिया। इसी कारण गुरु गोबिंद सिंह जी को ‘सरवंश दानी’ कहा जाता है। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं को गुरु गोबिंद सिंह जी और उनके साहिबजादों के जीवन एवं बलिदान के बारे में अवश्य जानना चाहिए।
इतिहास का उल्लेख करते हुए अमित शाह ने कहा कि मुगलों का आक्रमण बाबर के समय शुरू हुआ था, जिसका गुरु नानक देव जी ने विरोध किया। यह संघर्ष गुरु नानक देव जी से लेकर गुरु गोबिंद सिंह जी तक निरंतर चलता रहा। उन्होंने कहा कि औरंगजेब के अंतिम काल में दशम गुरु का समय था और मुगल शासन का पतन भी गुरुओं के जीवनकाल में ही हुआ। अमित शाह ने बताया कि गुरु नानक देव जी काबा और तमिलनाडु तक गए और समाज से अंधविश्वास दूर करने का संदेश दिया।
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा में आयोजित सहकारिता सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि एक समय भारत को अमेरिका से गेहूं आयात करना पड़ता था, लेकिन आज हरियाणा और पंजाब पूरे देश को अन्न उपलब्ध कराने में सक्षम हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि आने वाले एक-दो महीनों में ‘भारत टैक्सी’ सेवा शुरू की जाएगी, जिससे होने वाला पूरा लाभ सीधे लोगों तक पहुंचेगा।
इसके बाद अमित शाह ने पुलिस परेड कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि यह पहली ऐसी बैच है, जिसमें 85% युवा ग्रेजुएट और डबल ग्रेजुएट हैं तथा जिनकी औसत आयु 26 वर्ष है। उन्होंने कहा कि यह पहली बैच है, जो नए कानूनों के तहत अपनी सेवाएं देगी। अमित शाह ने कहा कि पहले पर्ची-खर्ची के आधार पर नौकरियां मिलती थीं, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बिना पर्ची-खर्ची के योग्य युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है।
