रायपुर:रायपुर से बड़ी खबर सामने आई है जहाँ पुलिस “ऑपरेशन निश्चय” के तहत मादक पदार्थों की तस्करी और खपत से निपटने के लिए व्यापक कार्रवाई कर रही है। रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि इस ऑपरेशन के पहले चरण में ड्रग्स की सप्लाई रोकने में अच्छी सफलता मिली है, पंजाब और अन्य राज्यों से जुड़ी तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त किया गया है, और अब कोर्ट मॉनिटरिंग तथा रिहैबिलिटेशन पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस 100 के करीब आरोपियों को पकड़ने में सफल रही है और भविष्य में रिहैब प्रोग्राम को विस्तारित किया जाएगा।
बता दे रायपुर में ड्रग्स तस्करी और ऑपरेशन निश्चय की कार्यवाही को लेकर आईजी अमरेश मिश्रा का एक महत्वपूर्ण बयान सामने आया है। उन्होंने इस बातचीत के दौरान स्पष्ट किया कि निश्चय अभियान मुख्य रूप से तीन महत्वपूर्ण चरणों में संचालित होता है। पहले चरण में, ड्रग्स की सप्लाई को रोकने की दिशा में कार्य किए जाते हैं, जो कि अत्यंत आवश्यक है। दूसरे चरण में, ड्रग्स की खपत को कम करने के प्रयास किए जाते हैं, ताकि समाज में नशे का चलन घट सके। अंत में, तीसरे चरण में अदालत तक मामले की मॉनिटरिंग करना शामिल होता है, जिससे कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं की सही ढंग से निगरानी की जा सके।
आईजी मिश्रा ने बताया कि ड्रग्स की सप्लाई रोकने के पहले चरण में काफी अच्छी सफलता प्राप्त हुई है। विशेष रूप से, पाकिस्तान के रास्ते पंजाब से आने वाले कुल माड्यूल को ध्वस्त करने में सक्षम हुए हैं, जो कि इस गंभीर समस्या का समाधान करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा, उनको दिल्ली और मुंबई से आने वाले सिंथेटिक ड्रग्स पर भी प्रभावी कार्रवाई करने का अवसर मिला है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि Thana स्तर पर नशामुक्ति संबंधी रिहैबिलिटेशन की कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त, कोर्ट की मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने, तथा फरार आरोपियों को पकड़ने के कार्य में भी तेजी लाई जाएगी। इस दिशा में किए गए प्रयासों को देखते हुए, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस कार्य में हिस्सा लेने वाले आंकड़े 100 के करीब पहुंच सकते हैं।
नशामुक्ति को लेकर आईजी अमरेश मिश्रा ने यह भी बताया कि वर्तमान में लगभग 2 से 3 लाख लोग हैं जिन्हें रिहैबिलिटेशन की आवश्यकता है, हालाँकि इनकी रिहैबिलिटेशन की क्षमता सीमित है। शुरुआती चरण में, जिन लोगों का परिवार उन्हें समर्थन कर रहा है, उन्हें पहले शामिल किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मोहल्ले के सबसे बड़े या प्रभावशाली बदमाश यदि नशा छोड़ने की बात करेंगे, तो यह सकारात्मक प्रभाव डालने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस प्रकार से, समाज में नशामुक्ति की दिशा में प्रगति संभव हो सकेगी।
