रायपुर। जैन धर्म के बाइसवें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव आषाढ़ शुक्ल सप्तमी 13 जुलाई आदिनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर मालवीय रोड में पार्श्वनाथ बेदी के समक्ष आध्यात्मिक प्रयोगशाला में भक्ति भाव से मनाया गया। इस मौके पर राजधानी के सभी दिगम्बर जैन मंदिरों में पूजा अर्चना के विशेष आयोजन किया गया।
मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष श्रेयश जैन बालू ने बताया की आज जैन धर्म के बाइसवें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का मोक्ष कल्याणक महामहोत्सव है आज के दिन भगवान नेमीनाथ को मोक्ष पद की प्राप्ति हुई थी। इस मौके पर राजधानी के दिगम्बर जैन मंदिरों में पूजा अर्चना के विशेष अभिषेक शांति धारा एवम पूजन का आयोजन किया गया। बड़ा मंदिर में सुबह 8.30 बजे सर्वप्रथम मंगलाष्ठक पाठ का प्रारंभ कर अभिषेक प्रारंभ किया गया। जल शुद्धि मंत्र पढ़ कर प्रासुक जल शुद्ध किया गया। सभी उपस्थित श्रद्धालुओं ने अभिषेक पाठ प्रारंभ कर श्रीजी की खगासन प्रतिमा को पांडुकक्षिला में चंदन केसर से श्रीकार लेखनम कर विराजमान किया गया। और सभी ने रजत कलशो के माध्यम से श्रीजी का अभिषेक किया। इसके बाद विश्व में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए मंत्रोच्चार के साथ लघु शांतिधारा की गई। शांति धारा का सौभाग्य महेंद्र कुमार जैन चूड़ी वाला परिवार को प्राप्त हुआ। शांति धारा का शुद्ध वाचन राशु जैन द्वारा किया गया। शांति धारा उपरांत सभी ने समता भाव पूर्वक श्रीजी की संगीतमय आरती की। तत्पश्चात अष्ट द्रव्य से देव शास्त्र गुरु पूजन उपरांत भगवान नेमीनाथ जी की पूजा निर्वाण कांड पढ़ कर निर्वाणोत्सव मनाया गया।
पूजा के साथ ही भगवान नेमिनाथ का निर्वाणोत्सव निर्वाण काण्ड भाषा के वाचन के बाद मोक्ष कल्याणक का अर्घ्य एवं निर्वाण लाडू गोला चढ़ाया गया। मंदिरों में भगवान नेमिनाथ के जयकारे गूंजते रहे। अंत में सभी उपस्थित धर्म प्रेमी बंधुओ ने महा अर्घ्य समर्पित कर विसर्जन पाठ पढ़ कर विसर्जन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ विशेष रूप से श्रेयश जैन बालू,महेंद्र कुमार जैन,प्रवीण जैन, राशु जैन, धीरज गोधा,प्रणीत जैन,कुमुद जैन आदि उपस्थित थे।