बेमेतरा। कलेक्टर रणबीर शर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट स्थित दिशा सभाकक्ष में पशु क्रूरता अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन और मवेशियों की अवैध तस्करी की रोकथाम को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पंचायत, पशु चिकित्सा, पुलिस, नगर पालिका, परिवहन एवं राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर शर्मा ने कहा कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के प्रावधानों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
मवेशियों के साथ अमानवीय व्यवहार, अवैध परिवहन और तस्करी जैसी गतिविधियों को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मवेशियों की अवैध आवाजाही, बगैर परमिट के परिवहन तथा तय मानकों के विरुद्ध ढुलाई करने वालों पर तत्काल प्रभाव से कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में पशु कल्याण समितियों को सक्रिय करते हुए ग्राम स्तर तक निगरानी व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। चिकित्सा सुविधाओं, चारे-पानी की व्यवस्था, एवं गोठानों की स्थिति की नियमित समीक्षा की जाए। बैठक में पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया कि वे परिवहन विभाग के साथ समन्वय कर चेकपोस्ट एवं राजमार्गों पर सतर्कता बढ़ाएं, ताकि किसी भी संदिग्ध मवेशी वाहनों की समय पर जांच और कार्रवाई की जा सके।
कलेक्टर ने आमजन, पशुपालकों एवं स्वयंसेवी संगठनों से भी अपील की कि वे पशुओं के संरक्षण में प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी प्रकार की पशु क्रूरता या तस्करी की सूचना तत्काल संबंधित अधिकारियों को दें। उन्होंने कहा कि जिले में कानून का पालन कर पशुओं के अधिकारों की रक्षा की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी प्रावधानों के तहत सख्त कदम उठाए जाएंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने कहा, “मवेशियों की अवैध तस्करी में संलिप्त व्यक्तियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस विभाग हाईवे और सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखेगा।
थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे संवेदनशील मार्गों पर लगातार पेट्रोलिंग करें और संदिग्ध वाहनों की नियमित जांच करें। एसएसपी साहू ने आगे कहा कि पशु कल्याण के मसले पर समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने आमजन से अपील की कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की पशु क्रूरता, अवैध वध, या तस्करी की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस या प्रशासन को सूचित करें।