रायपुर, 22 नवम्बर 2025 समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी का कार्य जीपीएम जिले में सुचारू रूप से जारी है। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के दौरान 15 नवंबर से शुरू हुए इस अभियान में अब तक जीपीएम जिले के सभी 17 धान खरीदी केंद्रों में कुल 26 हजार 784 क्विंटल धान का उपार्जन किया जा चुका है।
जिले के खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, धान खरीदी केंद्र धनौली में 3564.40 क्विंटल, मेढ़ुका में 3399.60 क्विंटल, लरकेनी में 2212 क्विंटल, भर्रीडांड़ में 2106 क्विंटल, खोडरी में 1921.60 क्विंटल, निमधा में 1744.80 क्विंटल, पेण्ड्रा में 1583.20 क्विंटल, गौरेला में 1422.40 क्विंटल, सिवनी में 2439.20 क्विंटल, मरवाही में 1352.40 क्विंटल, तेंदुमुड़ा में 1003.60 क्विंटल, नवागांव पेण्ड्रा में 866.40 क्विंटल, परासी में 842.40 क्विंटल, लालपुर में 738.40 क्विंटल, बंशीताल में 598.40 क्विंटल, देवरीकला में 533.20 क्विंटल और तरईगांव में 456 क्विंटल धान खरीदा गया है।
धान खरीदी के दौरान बिचौलियों द्वारा अवैध रूप से धान की खपत रोकने प्रशासन ने सख्ती बरती है। जिले में गठित उड़नदस्ता दल लगातार जांच-पड़ताल में जुटा हुआ है ताकि केवल पंजीकृत एवं वास्तविक किसानों से ही धान खरीदा जा सके। इसी निगरानी अभियान के तहत शुक्रवार को बिचौलियों से लाकर घर में रखे गए कुल 200 क्विंटल धान को जब्त किया गया। जांच में पता चला कि यह धान गर्मी के सीजन का है जिसे समर्थन मूल्य पर बेचने की तैयारी की जा रही थी।
राजस्व, खाद्य एवं कृषि विभाग के संयुक्त जांच दल ने पेण्ड्रा विकासखण्ड के ग्राम कंचनडीह में लेखराम राठौर के घर से 150 क्विंटल और ग्राम झाबर में कल्याण सिंह के घर से 50 क्विंटल धान जब्त कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
जिला प्रशासन ने बताया कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए खरीदी केंद्रों में पारदर्शिता और निगरानी को प्राथमिकता दी जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई जारी रहेगी।
