खाद-बीज की कालाबाजारी व अधिक कीमत पर बेचने पर होगी कड़ी कार्यवाही : कलेक्टर

कोरिया । जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में रबी फसल वर्ष 2023-24 की प्रगति की समीक्षा तथा खरीफ वर्ष 2024 कार्यक्रम निर्धारण के संबंध में जिलास्तरीय बैठक लेकर विभिन्न विषयों पर दिशा-निर्देश दिए। जिले में खरीफ वर्ष 2024 फसल सीजन में खाद-बीज की किसी भी तरह कालाबाजारी की शिकायतें मिलने या अधिक कीमत पर बेचने पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष की बैठक में खाद-बीज की भण्डारण, वितरण की समीक्षा की गई।

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा दी गई जानकारी अनुसार 1 अप्रेल 2024 से अभी तक यूरिया 27,505.80 क्विंटल, इफको, 10,289.11 क्विंटल, डीएपी 14,166.50 क्विंटल, सुपर फास्फेट 1857.50 क्विंटल, पोटाश 866.50 क्विंटल, जिंक 1645.85 क्विंटल, कुल 56,321.26 क्विंटल भण्डारण है, जिसमें से 15,212.39 क्विंटल वितरण हो चुके हैं तथा 41108.87 क्विंटल शेष स्टॉक है। लंगेह ने विभागवार समीक्षा के दौरान धान के अलावा मिलेट्स के तहत कोदो- कुटकी, रागी, ज्वार, दलहन, तिलहन आदि फसलों के रकबा को बढ़ाने के निर्देश दिए तथा किसानों को प्रोत्साहित करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसानों को समय पर मानक बीज, खाद, कीटनाशक दवाई आदि वितरण सुनिष्चित हो। पीएम किसान अंतर्गत ईकेवायसी, आधार सीडिंग व वन अधिकार पट्टाधारियों को योजना से जोड़ने पर जोर दिया।

कलेक्टर लंगेह ने उद्यानिकी के तहत फल, सब्जियां, मसाला, फूल, औषधी व सुगंधित फसलों के बारे में जानकारी प्राप्त की। बात दें वर्ष 2023-24 में 1791 हेक्टेयर में 205772 मीट्रिक टन उद्यानिकी फसलों का उत्पादन हुआ था। कलेक्टर लंगेह ने पशुधन विकास, मत्स्य पालन, बीज निगम, सहकारी विपणन संघ आदि विभागों के समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा मिले, इसके आवश्यक पहल करें तथा किसानों को किसी भी प्रकार समस्याएं आने पर शीघ्र निराकरण करें।

लंगेह ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें, बेवजह काम को लटकाने, पेंडिंग रखने या एक-दूसरे के ऊपर आरोप लगाकर काम से बचने की आदत को सुधारने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि सबकी जिम्मेदारी है कि किसानों को सही समय पर योजनाओं का लाभ मिले इसके स्वप्रेरणा से कार्य करें। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ डॉ आशुतोष चतुर्वेदी सहित कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य, सहकारिता, बीज निगम के अधिकारी उपस्थित थे।

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