रायपुर, 11 दिसंबर 2025 प्रदेशभर में धान उपार्जन केंद्रों की पारदर्शी और किसान-मित्र व्यवस्था का प्रभाव तेजी से दिखाई दे रहा है। सरगुजा जिले के अंबिकापुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत खाला के किसान बैजनाथ सिंह ने धान खरीदी प्रक्रिया को पहले से अधिक सहज, सुगम और भरोसेमंद बताया है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 160 क्विंटल रकबे के धान के विक्रय के लिए पहला 80 क्विंटल का टोकन उपार्जन समिति से आसानी से कटवाया गया। पूरी
प्रक्रिया में कहीं भी कोई कठिनाई नहीं हुई। उपार्जन केंद्र करजी पहुंचने पर कर्मचारियों ने सहयोगात्मक व्यवहार किया। धान का नमी परीक्षण तुरंत किया गया और बारदाना भी समय पर उपलब्ध कराया गया। तौल प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ सम्पन्न किया गया, जिससे किसानों का प्रशासन पर विश्वास और मजबूत हुआ है।
किसान बैजनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों को धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा है, जो किसानों के लिए बड़ी राहत और प्रोत्साहन है। उन्होंने बताया कि प्राप्त राशि का उपयोग वे खेती का दायरा बढ़ाने और अपने बच्चों को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने में कर रहे हैं।
उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा उपार्जन केंद्रों में की गई व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि इस वर्ष की व्यवस्था पूरी तरह संतोषजनक है और इससे किसानों का आत्मविश्वास बढ़ा है। प्रदेश में धान उपार्जन प्रक्रिया के सुधारों का लाभ अब सीधे किसानों तक पहुंच रहा है।
